Apple Project Atlas ऐप्पल एक आंतरिक अध्ययन के साथ स्मार्ट ग्लास बाज़ार की खोज कर रहा है, जिसे प्रोजेक्ट एटलस के नाम से जाना जाता है।
Apple अब अपने नए प्रोजेक्ट “एटलस” के तहत स्मार्ट ग्लास पर काम कर रहा है। इस प्रोजेक्ट के तहत, एप्पल अपने कर्मचारियों से स्मार्ट ग्लास के बारे में जानकारी जुटा रहा है, ताकि यह समझ सके कि इन्हें रोज़ाना उपयोग के लिए कैसे बेहतर बनाया जा सकता है।
कंपनी के हार्डवेयर इंजीनियरिंग टीम ने स्मार्ट ग्लास के विशेष फीचर्स और उपयोग के मामलों पर शोध शुरू किया है। एप्पल चाहता है कि स्मार्ट ग्लास को एक अनूठे तरीके से पेश किया जाए, जिससे वह बाजार में अलग दिखे।
स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती पर ध्यान
एप्पल का यह कदम उसकी स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती में निवेश को दर्शाता है। हाल ही में कंपनी ने एक प्री-डायबिटीज मैनेजमेंट ऐप पर काम करना शुरू किया है, जो उपयोगकर्ताओं को रक्त शर्करा और आहार पर नज़र रखने में मदद करेगा। स्मार्ट ग्लास भी स्वास्थ्य संबंधी डेटा ट्रैकिंग और तंदुरुस्ती में सहायक हो सकते हैं।
मेटा और अन्य कंपनियों से प्रतिस्पर्धा
अगर Apple अपने स्मार्ट ग्लास लॉन्च करता है, तो वह मेटा जैसे प्रतिस्पर्धियों से मुकाबला करेगा, जिनके पास पहले से रे-बैन स्मार्ट ग्लास जैसे उत्पाद हैं। हालांकि, Apple के स्मार्ट ग्लास में संवर्धित वास्तविकता (Ar) का इस्तेमाल भी हो सकता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को और भी इमर्सिव अनुभव मिल सकता है।
पहनने योग्य तकनीक के साथ चुनौतियाँ
हालांकि, पहनने योग्य तकनीक में Apple का रास्ता इतना आसान नहीं होगा। इसका Vision Pro हेडसेट पहले ही अपनी ऊँची कीमत और सीमित सामग्री के कारण मुख्यधारा में पूरी तरह से अपनाया नहीं जा सका है। फिर भी, स्मार्ट ग्लास में Apple का प्रवेश डिजाइन, हार्डवेयर और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित कर सकता है, जिससे भविष्य में Ar के लिए एक मजबूत प्लेटफॉर्म तैयार हो सकता है।
इस तरह, Apple का प्रोजेक्ट एटलस स्मार्ट ग्लास को लेकर काफी रोमांचक संभावनाएं दिखा रहा है, और यह पहनने योग्य तकनीक के भविष्य में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।