Neet Exam Scamपटना पुलिस ने Neet-Ug प्रश्नपत्र लीक मामले में चार विधार्थी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
पटना पुलिस ने Neet-Ug प्रश्नपत्र लीक मामले में चार विधार्थी समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक खुलासा हुआ है कि, लीक हुए प्रश्नपत्र मुहैया कराने के लिए इस गिरोह ने एक-एक विधार्थी से 32-32 लाख रुपये लिए थे।
Neet-Ug परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी और परिणाम 5 जून को घोषित किए गए थे। पटना में प्रश्नपत्र लीक आरोपों के कारण मेडिकल प्रवेश परीक्षा विवादों में घिर गई है।
दो आरोपी, नीतीश कुमार और अमित आनंद, एक प्रश्नपत्र लीक गिरोह का हिस्सा थे, जो Neet, Bpsc और Upsc जैसी बड़ी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक करता था। अपने कबूलनामे में, नीतीश और आनंद ने कहा कि उनसे बिहार के दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करने वाले सिकंदर प्रसाद यादवेंदु नामक व्यक्ति ने प्रश्नपत्र लीक करने के लिए संपर्क किया था।
उनके अनुसार, यादवेंदु ने उनसे चार विधार्थीयों के लिए Neet-Ug प्रश्नपत्र मुहैया कराने को कहा, जिसमें उनका भतीजा भी शामिल था। नीतीश और आनंद ने यादवेंदु से प्रश्नपत्र के लिए 32 लाख रुपए लिए।
परीक्षा से एक दिन पहले 4 मई को चारों विधार्थीयों को एक गेस्ट हाउस में बुलाया गया, जहां नीतीश और आनंद ने प्रश्नपत्र तैयार करने में उनकी मदद की। अभ्यर्थियों ने पुलिस को दिए अपने कबूलनामे में स्वीकार किया कि 5 मई को हुई वास्तविक परीक्षा में भी यही प्रश्न पूछे गए थे।