वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे में यूएई निवेश, नए अवसर और चुनौतियां

goa massacreप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वियरेबल गुजरात शिखर सम्मेलन में कहा कि भारत का बंदरगाह बुनियादी ढांचा यूएई कंपनियों से नए निवेश को सुरक्षित करने में मदद करेगा।

Vibrant Gujarat Summit UAE investment in India's port infrastructure: New opportunities and challenges
Vibrant Gujarat Summit UAE investment in India’s port infrastructure

Vibrant Gujarat Summit UAE investment in India’s port infrastructure: New opportunities and challenges

Vibrant Gujarat Summit 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वियरेबल गुजरात शिखर सम्मेलन (Vibrant Gujarat Summit) में कहा कि भारत का बंदरगाह बुनियादी ढांचा यूएई कंपनियों से नए निवेश को सुरक्षित करने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते बंदरगाह बुनियादी ढांचे में से एक है, जिसमें 13 बंदरगाह परियोजनाएं हैं जिनकी लागत 1.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक है।

“हमारे बंदरगाह बुनियादी ढांचे में निवेश करने से यूएई कंपनियों को भारत में और दुनिया भर में अपने व्यापार और परिवहन को सुचारू करने में मदद मिलेगी,” मोदी ने कहा। “यह निवेश भारत के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा।”

मोदी ने कहा कि भारत और यूएई के बीच व्यापार और निवेश संबंध मजबूत होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पिछले साल 70 बिलियन डॉलर से अधिक का व्यापार किया।

“हम यूएई के साथ हमारी साझेदारी को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं,” मोदी ने कहा। “हम दोनों देशों के लोगों के बीच लोगों से लोगों के संपर्क को बढ़ावा देने के लिए भी काम कर रहे हैं।”

शिखर सम्मेलन में यूएई के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भारत यूएई के सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक और आर्थिक भागीदारों में से एक है।

“भारत एक तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है और यूएई भारत में निवेश के लिए उत्सुक है,” अल मकतूम ने कहा। “हम भारत में नए अवसरों की तलाश कर रहे हैं और हम दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश संबंधों को और बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत और यूएई ने कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इन समझौतों में व्यापार, निवेश, ऊर्जा और रक्षा शामिल हैं।

भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे में नए निवेश के अवसर

भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे में निवेश करने के कई अवसर हैं। इनमें शामिल हैं

  • बंदरगाह क्षमता का विस्तार:भारत को अपने बंदरगाह क्षमता का विस्तार करने की आवश्यकता है ताकि बढ़ते व्यापार और परिवहन की मांग को पूरा किया जा सके।
  • नए बंदरगाह का निर्माण:भारत नए बंदरगाह का निर्माण करके अपने बंदरगाह बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहा है।
  • बंदरगाह बुनियादी ढांचे का आधुनिकीकरण:भारत अपने बंदरगाह बुनियादी ढांचे को आधुनिकीकरण करके अपनी दक्षता और उत्पादकता में सुधार कर रहा है।

भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे में निवेश करने के लिए कई वित्तीय प्रोत्साहन भी उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हैं

  • **केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और कर छूट
  • **राज्य सरकारों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और कर छूट
  • **वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली ऋण और अन्य वित्तीय सहायता

भारत के बंदरगाह बुनियादी ढांचे में निवेश करने से यूएई कंपनियों को भारत और दुनिया भर में अपने व्यापार और परिवहन को सुचारू करने में मदद मिलेगी। यह निवेश भारत के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा।

samacharsankalp

mohammed shami

suchana seth

maldives goa murder case sheetal devi vitamin d deficiency maldives india issue draupadi murmu due to vitamin d arjuna award

आप सभी को मेरी तरफ से नमस्कार, मेरा नाम अभिषेक है। मैं भारत का रहने वाला हूँ । मैं एक कंटेंट राइटर और क्रिएटर हूँ । यहाँ समाचार संकल्प पर मेरी भूमिका आप सभी तक हर तरह की हिंदी न्यूज़ पहुँचाना है, ताकि आपको देश दुनिया की ख़बरें मिलती रहें । धन्यवाद ।

Leave a comment